उज्जैन। शनिश्चरी अमावस्या का स्नान शनिवार को होना है। इसके पूर्व रात से ही अंचल से श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरू हो गया था। कई गांवों से श्रद्धालु टोली के रूप में स्नान करने भजन गाते आए । शनिश्चरी अमावस्या के स्नान के लिए इस बार तीन दिन पहले ही प्रशासन ने व्यवस्था का पत्र जारी किया है। घाट पर मिट्टी की स्थिति होने से फव्वारा स्नान श्रद्धालुओं को करवाया जाएगा,नदी में भी घाट निर्माण के कारण पानी का अभाव है।
इस बार शनिश्चरी अमावस्या की व्यवस्था को लेकर मात्र तीन दिन पहले ही अनुविभागीय अधिकारी एवं अध्यक्ष श्री नवग्रह शनि मंदिर प्रबंध समिति अनुभाग कोठीमहल की और से पत्र जारी किया गया।17 दिसंबर को जारी पत्र में पुलिस अधीक्षक,आयुक्त नगर निगम, मुख्य चिकित्सा अधिकारी,कार्यपालन यंत्री जल संसाधन, थाना प्रभारी थाना नानाखेडा को इसमें 20 दिसंबर को प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी श्री नवग्रह शनि मंदिर त्रिवेणी उज्जैन पर आंशिक अमावस्या पर्व होने से ग्रामीण एवं शहरी श्रद्धालुगण हजारो की संख्या में उपस्थित होकर दर्शनार्थी देव दर्शन करेंगे। दर्शानार्थीयों को कोई असुविधा न हो इसके लिए विभाग से सम्बंधित समुचित व्यवस्था करें।
ये रहेंगी परेशानियां-
शनिश्चरी अमावस्या पर इस बार न चाहते हुए भी अव्यवस्था की स्थिति बनना तय है। उसकी वजह है क्षेत्र में जारी सिंहस्थ के निर्माण कार्य। इंदौर –उज्जैन रोड के 6लेन कार्य के जारी रहने के चलते इस मार्ग के त्रिवेणी वाले हिस्से में एक लेन ही पिछले कई माह से संचालित हो रही है। एक लेन खोद दी गई है। ऐसे में श्रद्धालुओं के आवागमन को देखते हुए न तो रूट डायवर्ट की स्थिति साफ है और न ही श्रद्धालुओं के वाहनों की पार्किंग को लेकर ही स्थिति तय हुई है। यही नहीं घाटों पर निर्माण के चलते मिट्टी के हाल हैं। नदी में घाट निर्माण की स्थिति के चलते पानी का अभाव है। जहां पानी है वहां मात्र डोबरे भरे हुए हैं। स्नान के लिए नदी में पानी के लिए नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण से पानी लेने के लिए कम से कम दो दिन का समय चाहिए होता है। इसके लिए नगर निगम पीएचई की और से मांग भेजे जाने पर ही पानी की सप्लाय नर्मदा की पाईप लाईन से दी जाती है। तब जाकर पानी त्रिवेणी के दुसरे छोर पर पहुंचता है। यही नहीं श्रद्धालुओं के वाहनों की पार्किंग आसपास के खेतों में भी होना मुश्किल है। वर्तमान में खेतों में फसल खडी है ऐसे में खेतों में पार्किंग की जाना मुश्किल ही है। इन समस्याओं के बीच श्रद्धालुओं के आगमन के साथ ही उनका व्यवस्थित स्नान की व्यवस्था शंका के घेरे में दिखाई दे रही है।
नगर निगम ने सौंपे दायित्व-
श्रद्धालुओं के स्नान की व्यवस्था के लिए नगर निगम सहायक आयुक्त,सहायक यंत्री सहित पीएचई सहायक यंत्री सहित अपने अमले के 9 अधिकारियों को व्यवस्थित श्रद्धालु स्नान के लिए दायित्व सौंपे हैं। इन अधिकारियों को घाट के पहुंच मार्ग / घाट क्षेत्र/चैजिंग रूम के संचारण कार्य एवं उक्त पाट की रेलिंग पर झण्डे लगवाने । घाट/ मंदिरों पर गुलम दृष्टिगोचर स्थल पर खतरे के संकेतक लगवाने की व्यवस्था एवं घाट पर सतत मॉनिटरिंग , पार्किंग स्थलों इत्यादि की सम्पूर्ण सफाई व्यवस्था का नियंत्रण / पर्यवेक्षण कर सफाई से संबंधित कीटनाशक का छिडकाव, डस्टबीन ,पर्याप्त साफ सफाई व्यवस्था, घाट पर जमी काई व कीचड की पर्याप्त साफ सफाई , स्थाई / अस्थाई मूत्रालय/शौचालय की निरन्तर साफ सफाई , श्रद्धालुओं द्वारा पनौती के रूप में छोड़े गये जूते-चप्पल व कपड़े को संग्रहित करवाया जाकर डस्टबीन/कचरागाड़ी में रखवाया जाना व उनको यथा समय खाली करवाने की व्यवस्था ,पहुंच मार्ग, वाहन पार्किंग स्थल, व अन्य महत्वपूर्ण एवं सुविधानजक स्थानों पर आवश्यकतानुसार श्रद्धालुओं के लिये पेयजल टेंकर ,श्रद्धालुओं के स्नान के लिये त्रिवेणी घाट पर जिला प्रशासन के द्वारा चिन्हित स्थानों पर (महिला-पुरुष हेतु पृथक-पृधक) फव्वारे स्थापित ,घाट पर पर्याप्त संख्या में चलित शौचालय / मूत्रालय (महिला-पुरुष पृथक पृथक) तैनात करना एवं उनमें जल,पार्किंग स्थलों पर समतलीकरण व मोबाईल टॉयलेट की व्यवस्था करवाना। त्रिवेणी घाट (सम्पूर्ण शनि मंदिर परिक्षेत्र) पर अतिरिक्त प्रकाश व्यवस्था हेतु हैलोजन लगाना व स्थापित हाईमास्क को चालू करवाना।
चिन्हित पार्किंग स्थलों पर प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित करना। शनिश्चरी अमावस्या पर्व पर आगजनी से सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए पर्व अवधि हेतु त्रिवेणी पर फायर फायटर भव फॉयर ब्रिगेड तैनात करता। कीचड निवारण हेतु फायर फाटर/मट पम्प उपलब्ध करवाना। त्रिवेणी क्षेत्र पर अस्थाई अतिक्रमण से यातायात व पहुंच मार्ग बाधित न हो इस हेतु अधीनस्थ गैंग/कर्मचारी को नियुक्त करना एवं सतत पर्यवेक्षण करना। जिला प्रशासन से समन्वय स्थापित कर पार्किंग पर आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने की जिम्मेंदारी सौंपी गई है। शनि मंदिर परिक्षेत्र के पहुंच मार्ग पर आने वाले श्रद्धालुओं को आवारा मवेशी / श्वानो के कारण व्यवधान उत्पन्न न हो इसके गैंग को सक्रीय रखने के आदेश दिए गए हैं
